बिहार विधानसभा में जातिगत गणना के दौरान हुए आर्थिक सर्वेक्षण पर अपनी रिपोर्ट पेश करते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने महिला पुरूष के शारीरिक संबंधों को लेकर विवादित टिप्पणी की.
उन्होंने ये टिप्पणी आर्थिक सर्वेक्षण में महिलाओं की बढ़ रही साक्षरता और प्रजनन दर के संदर्भ में की.
नीतीश कुमार ये बता रहे थे कि साक्षरता की दर बढ़ने से महिलाओं की प्रजनन दर कम हो रही है, लेकिन उन्होंने ये बताने के लिए जिन शब्दों को इस्तेमाल किया है, उसे सदन की गरिमा ही नहीं बल्कि किसी सावर्जनिक मंच के अनुरूप नहीं बताया जा रहा है.
यही वजह है कि भारतीय जनता पार्टी की ओर से नीतीश कुमार के संबोधन को लेकर आलोचनाओं का दौर देखने को मिल रहा है.