लोकसभा स्पीकर सुमित्रा महाजन ने सदन में हंगामा करने के आरोप में कांग्रेस के 25 सांसदों को एक साथ पांच दिन के लिए निलंबित कर दिया.
पिछले बीस सालों में यह पहली बार था, जब एक साथ लोकसभा के इतने सदस्यों को सदन से निलंबित किया गया. इसे तब कांग्रेस नेता सोनिया गांधी ने लोकतंत्र के लिए काला दिन करार दिया था.
ये वो समय है, जब केंद्र में नरेंद्र मोदी की सरकार को सत्ता में आए महज एक साल ही हुआ था. साल 2014 में भारतीय जनता पार्टी ने केंद्र में बहुमत से सरकार बनाई थी.
एक साथ 25 सांसदों को निलंबित करने पर विपक्ष ने तब भारतीय जनता पार्टी पर लोकतंत्र की आवाज को दबाने जैसे कई गंभीर आरोप लगाए थे.